संकलन >> अज्ञेय रचना संचयन अज्ञेय रचना संचयनसम्पा. कन्हैयालाल नन्दन
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भारतीय साहित्य के कालजयी रचनाकारों में अग्रगण्य अज्ञेय का रचना-संसार हिन्दी का ऐश्वर्य है…
अज्ञेय रचना संचयन (मैं वह धनु हूँ...)' सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन 'अज्ञेय' की समर्थ व सार्थक रचना-सम्पदा से एक सोद्देश्य सोद्देश्य चयन है। भारतीय साहित्य के कालजयी रचनाकारों में अग्रगण्य अज्ञेय का रचना-संसार हिन्दी का ऐश्वर्य है। उन्होंने विविध विधाओं में विपुल एवं विलक्षण लेखन किया है। वे एक युगनिर्माता नेतृत्व-शक्ति सम्पन्न रचनाकार रहे हैं। व्यक्तित्व और कृतित्व की दृष्टि से अनुपमेय/अननुमेय अज्ञेय की प्रतिनिधि रचनाशीलता 'अज्ञेय रचना संचयन' में समाहित है। सुप्रसिद्ध साहित्यकार और सम्पादक डॉ. कन्हैयालाल नन्दन ने अज्ञेय की शब्द-साधना के उन पक्षों का चयन किया है, जिनसे अज्ञेय जैसे महत्त्वपूर्ण रचनाकार की एक परिपूर्ण छवि निर्मित होती है।
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